सुपर हरक्यूलस: भारत में रखरखाव-नवीनीकरण का रास्ता होगा साफ

नई दिल्ली – अमेरिकी विमान सुपर हरक्यूलस के भारत में विनिर्माण और मरम्मत की दिशा में महत्वपूर्ण पहल की गई है। अमेरिकी कंपनी लॉकहीड मार्टिन और टाटा एडवांस्ड सिस्टम्स लिमिटेड ने सी-130जे सुपर ‘हरक्यूलिस एयरलिफ्टर परियोजना’ के जरिये अपनी साझेदारी का विस्तार करने के लिए एक समझौते की घोषणा की है।इस समझौते को भारत की रक्षा और एयरोस्पेस क्षमताओं को बढ़ाने में एक महत्वपूर्ण कदम के रूप में देखा जा रहा है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के अमेरिका दौरा के कुछ हफ्तों बाद यह घोषणा की गई। उनकी यात्रा के दौरान दोनों पक्षों ने समग्र रक्षा संबंधों को और प्रगाढ़ करने का संकल्प लिया था। यह समझौता भविष्य में उन अवसरों को लेकर समन्वय के लिए रुपरेखा मुहैया करता है, जिसमें भारतीय वायुसेना के 12 सी-130जे मौजूदा बेड़े के लिए भारत में रखरखाव, मरम्मत व नवीनीकरण (एमआरओ) केंद्र स्थापित करना शामिल है।टाटा एडवांस्ड सिस्टम्स ने कहा है कि इस समझौते से भारतीय वायुसेना के मध्यम परिवहन विमान (एमटीए) कार्यक्रम के लिए विमान के उत्पादन के लिए भारत में सी-130जे के विनिर्माण का विस्तार करने का भी मार्ग प्रशस्त होगा, जो अमेरिका और भारत सरकार की मंजूरी पर निर्भर करेगा।

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