देहरादून। उत्तराखंड के चमोली जिले में बदरीनाथ धाम के समीप स्थित माणा गांव के पास एक ग्लेशियर टूटने से बड़ा हादसा हुआ है। इस दुर्घटना में सीमा सड़क संगठन के ठेकेदार के तहत काम कर रहे 57 मजदूर मलबे में दब गए। अब तक 16 मजदूरों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया है। शेष 41 मजदूरों की तलाश जारी है। बताया जा रहा है कि भारी बर्फबारी के कारण ये घटना हुई है। बद्रीनाथ धाम के पास माणा में हुई हिमस्खलन की घटना में बॉर्डर रोड ऑर्गेनाइज़ेशन के प्रभावित श्रमिकों का सेना के जवानो ने रेस्क्यू किया। प्रभावितों को जल्द से जल्द सुरक्षित निकालने के हरसंभव प्रयास किए गये।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर जनपद चमोली के माणा के निकट हुई हिमस्खलन की घटना के दृष्टिगत शासन द्वारा हेल्पलाइन नंबर जारी किए गए है। उत्तराखण्ड शासन द्वारा हेल्पलाइन नंबर मोबाईल नं.- 8218867005, 9058441404 दूरभाष नं०- 0135 2664315 टोल फ्री नं0- 1070 जारी किए गए है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने जनपद चमोली में माणा गांव के निकट बीआरओ द्वारा संचालित निर्माण कार्य के दौरान हिमस्खलन की वजह से दबे मजदूरों के सुरक्षित होने की भगवान बदरी विशाल से प्रार्थना की है। मुख्यमंत्री ने कहा कि श्रमिक भाइयों के दबने का दुःखद समाचार मिला है। मुख्यमंत्री ने कहा कि आईटीबीपी, बीआरओ और अन्य बचाव दलों द्वारा राहत एवं बचाव कार्य किया जा रहा है। आईजी निलेश आनंद भरणे ने बताया कि, घटनास्थल के लिए तीन से चार एंबुलेंस भी भेजी गई हैं। हालांकि, पिछले दो-तीन दिनों से हो रही भारी बर्फबारी के कारण राहत दल को वहां पहुंचने में दिक्कतें हो रही हैं।
बदरीनाथ धाम के पास माणा में हुई एवलॉन्च की घटना के बारे में पुलिस महानिरीक्षक, एसडीआरएफ, रिद्धिम अग्रवाल ने बताया कि माणा गांव, ज़िला चमोली के पास हिमस्खलन की घटना में बॉर्डर रोड ऑर्गनाइज़ेशन के कुल 57 श्रमिक प्रभावित हुए। कमांडेंट बीआरओ के अनुसार, एसडीआरएफ की एक टीम जोशीमठ से रवाना हो चुकी है। लामबगड़ में सड़क अवरुद्ध होने के कारण सेना से संपर्क कर मार्ग खोलने की प्रक्रिया चल रही है। दूसरी टीम को सहस्रधारा हेलीपैड पर अलर्ट पर रखा गया है। क्षेत्र के सटीक निर्देशांक प्राप्त किये गए हैं।
मौसम की स्थिति में सुधार होते ही एसडीआरएफ की हाई-एल्टीट्यूड रेस्क्यू टीम को हेलीकॉप्टर से निकटतम उपलब्ध स्थान पर उतारा जाएगा। सेना ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा ‘गढ़वाल सेक्टर के माणा गांव के पास जीआरईएफ कैंप पर हिमस्खलन हुआ। कई मजदूरों के फंसे होने की आशंका है। भारी बर्फबारी और मामूली हिमस्खलन के बावजूद भारतीय सेना की आईबेक्स ब्रिगेड ने तेजी से बचाव अभियान शुरू किया। अब तक 10 कर्मियों को बचाया जा चुका है। सेना द्वारा उन्हें चिकित्सा सहायता प्रदान की जा रही है। अतिरिक्त सैनिकों और उपकरणों को घटनास्थल पर भेजा जा रहा है।.’