चारधाम यात्रा से जुड़ी है उत्तराखण्ड की संस्कृति और आर्थिक मजबूती : राज्यपाल

देहरादून। राजभवन में गुरुवार को राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) ने चारधाम यात्रा की तैयारियों की समीक्षा के लिए बैठक की। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से चारधाम से जुड़े जिलों के डीएम, एसएसपी और विभागीय अधिकारी शामिल हुए।

राज्यपाल ने कहा कि चारधाम यात्रा उत्तराखण्ड की सांस्कृतिक पहचान, आस्था और आर्थिक व्यवस्था से जुड़ी हुई है। वर्ष 2025 राज्य स्थापना की रजत जयंती का वर्ष है, ऐसे में इस यात्रा को एक उत्सव की तरह मनाया जाना चाहिए। उन्होंने अधिकारियों से यात्रा संचालन में संवेदनशीलता, समर्पण और प्रोएक्टिव दृष्टिकोण अपनाने की अपील की।

राज्यपाल ने कहा कि प्रत्येक तीर्थयात्री राज्य का ब्रांड एंबेसडर है, और उन्हें ऐसा अनुभव मिलना चाहिए जो उन्हें जीवनभर याद रहे। उन्होंने सूचना प्रौद्योगिकी के माध्यम से यात्रियों को अपडेट रखने, आकस्मिक परिस्थितियों से निपटने की योजना और यात्रा मार्गों पर मुनाफाखोरी पर रोक लगाने के निर्देश दिए।

मुख्य सचिव आनन्द बर्द्धन ने बताया कि चार सचिवों द्वारा यात्रा मार्गों का निरीक्षण कर रिपोर्ट दी गई है, जिनके आधार पर आवश्यक निर्देश जारी किए गए हैं। डीजीपी दीपम सेठ ने जानकारी दी कि यात्रा के दौरान 6 हजार पुलिसकर्मी, 17 पीएसी कंपनियां, 2 हजार सीसीटीवी कैमरे और 14 ड्रोन निगरानी के लिए लगाए गए हैं।

आईजी गढ़वाल राजीव स्वरूप ने बताया कि पहली बार यात्रा मार्ग पर 137 सेक्टर बनाए गए हैं, प्रत्येक 10 किमी पर दो पुलिसकर्मी तैनात रहेंगे। साइबर व सोशल मीडिया सेल यात्रियों को गलत सूचना व ऑनलाइन धोखाधड़ी से बचाने के लिए कार्य करेगा।

पर्यटन सचिव सचिन कुर्वे ने बताया कि अब तक 17.90 लाख लोगों ने रजिस्ट्रेशन कराया है, जिसमें 17 हजार से अधिक विदेशी तीर्थयात्री भी हैं। ऑन द स्पॉट रजिस्ट्रेशन की सुविधा भी शुरू की जाएगी।

स्वास्थ्य सचिव डॉ. आर. राजेश कुमार ने कहा कि इस वर्ष यात्रा ‘हरित चारधाम’ थीम पर आधारित होगी और ‘फिट इंडिया’ के तहत यात्रियों को संतुलित खानपान के लिए जागरूक किया जाएगा। SOP को 13 भाषाओं में तैयार किया गया है और 50 स्क्रीनिंग प्वाइंट स्थापित किए गए हैं।

पशुपालन सचिव डॉ. बीवीआरसी पुरुषोत्तम ने बताया कि केदारनाथ में 5 पशुचिकित्सक तैनात हैं और 10 हजार से अधिक खच्चरों का परीक्षण किया जा चुका है।

आयुक्त गढ़वाल विनय शंकर पांडेय ने समन्वयात्मक रूप से यात्रा संचालन की बात कही। जिलाधिकारी चमोली, रुद्रप्रयाग और उत्तरकाशी के अधिकारियों ने भी तैयारियों की जानकारी दी।

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