देहरादून – मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने आज केन्द्रीय गृह सचिव अजय कुमार भल्ला को वर्चुअल मीटिंग में राज्य में सुचारू रूप से जारी चारधाम यात्रा की जानकारी दी। केन्द्रीय गृह सचिव ने मुख्य सचिव को धामों, यात्रा मार्गां, ठहराव स्थलों में यात्रियों की रिपोर्ट प्रतिदिन गृह मंत्रालय को भेजने के निर्देश दिए। केन्द्रीय गृह सचिव ने जरूरत पड़ने पर यात्रा मार्ग पर क्राउड मैनेजमेंट हेतु एनडीआरएफ व आईटीबीपी की मदद लेने तथा भविष्य में चारधाम यात्रा प्रबन्धन की रणनीति हेतु एक कमेटी गठन के निर्देश दिए। उन्होंने धरातल स्तर पर यात्रा प्रबन्धन पर कड़ी निगरानी पर विशेष बल दिया। मुख्य सचिव रतूड़ी ने केन्द्रीय गृह सचिव को जानकारी दी कि राज्य में चारधाम यात्रा सफलतापूर्वक, सुरक्षित, सुगम एवं सुचारू रूप से संचालित हो रही है। उन्होंने कहा कि व्यवस्था बनाए रखने के लिए 31 मई तक चारधाम यात्रा के ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन पर रोक लगाई गई है।सीएस ने बताया कि उन्होंने सभी राज्यों विशेषकर 5 प्रमुख राज्यों के मुख्य सचिवों को पत्र के माध्यम से तथा व्यक्तिगत तौर पर बातचीत कर अनुरोध किया गया है कि यात्री सिर्फ रजिस्ट्रेशन के बाद ही चारधाम यात्रा पर आए तथा जिस तिथि का रजिस्ट्रेशन हुआ है उस तिथि को ही चारधाम यात्रा पर आए। यात्रा मैनेजमेंट सिस्टम की जानकारी देते हुए सीएस ने बताया कि रजिस्ट्रेशन हेतु उत्तराखण्ड टूरिज्म डेवलमेंट बोर्ड द्वारा 24 घण्टे संचालित होने वाला कॉल सेन्टर कार्य कर रहा है। पंजीकृत श्रद्धालुओं को प्रमुख स्थानों पर धामों के दर्शन हेतु टोकन जारी किए जा रहे हैं।
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मुख्य सचिव ने जानकारी दी कि 22 मई तक कुल 31,18,926 रजिस्ट्रेशन में से यमुनोत्री हेतु 4,86,285, गंगोत्री हेतु 5,54,656, केदारनाथ हेतु 10,37,700, बदरीनाथ हेतु 9,55,858 तथा हेमकुंट साहिब हेतु 8,44,27 श्रद्धालुओं ने पंजीकरण करवाया है। उन्होंने बताया कि इस वर्ष यात्रा के सुचारू संचालन हेतु परिवहन विभाग ने वाहन चालकों की कैपिसिटी बिल्डिंग तथा मेडिकल स्क्रीनिग की व्यवस्था की है। यात्रा रूट के मुख्य प्रवेश स्थलों पर चार हाईटेक चेक पोस्ट बनाए गए हैं। सोनप्रयाग, गौरीकुण्ड मार्ग पर शटल सर्विस की व्यवस्था की गई है। मुख्य सचिव ने बताया कि पुलिस विभाग द्वारा इस वर्ष यात्रा रूट पर 56 टूरिज्म पुलिस सपोर्ट सेन्टर खोले गए हैं। यात्रा पर निगरानी हेतु 850 सीसीटीवी कैमरा तथा 8 ड्रोन लगाए गए हैं। केदारनाथ धाम यात्रा मार्ग पर 1495 वाहनों की क्षमता वाले 20 पार्किंग स्थल बनाए गए हैं।उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा 12 मुख्य लोकेशन पर 50 स्क्रीनिग कियोस्क लगाए गए हैं। स्वास्थ्य मित्र (फर्स्ट मेडिकल रिस्पोण्डर्स) की तैनाती भी यात्रा मार्ग पर की गई है। यात्रा रूट पर 156 एम्बुलेंस तैनात की गई हैं। 8 ब्लड बैंक तथा 2 स्टोरेज यूनिट भी उपलब्ध करवाए गए हैं। केन्द्रीय गृह सचिव ने उत्तराखण्ड में चारधाम यात्रा के सफल संचालन हेतु केन्द्र से हर संभव सहायता एवं सहयोग का आश्वासन दिया। बैठक में पुलिस महानिदेशक अभिनव कुमार, सचिव शैलेश बगौली, सचिन कुर्वे, दिलीप जावलकर, अरविन्द सिंह ह्यांकी मौजूद रहे।