देहरादून। क्षय रोग (टीबी) की रोकथाम और जागरूकता को बढ़ावा देने के उद्देश्य से राजभवन में ‘‘100 दिवसीय टीबी उन्मूलन अभियान’’ के अंतर्गत टीबी स्क्रीनिंग कैंप का आयोजन किया गया। यह कैंप राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन, उत्तराखण्ड के तत्वावधान से संपन्न हुआ जिसमें 73 अधिकारियों, कर्मचारियों और उनके परिवारजनों की निःशुल्क जांच की गई।
इस कैंप में स्वास्थ्य विभाग के विशेषज्ञों ने जांच प्रक्रिया के दौरान टीबी के लक्षण, बचाव और उपचार के बारे में जानकारी दी।
100 दिवसीय टीबी उन्मूलन अभियान का मुख्य उद्देश्य विशेषकर सबसे असुरक्षित समूहों के लिए निदान और उपचार सेवाओं को मजबूत बनाना है। इनमें 60 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों, मधुमेह, एचआईवी और कुपोषण जैसी सह-रुग्णता से पीड़ित व्यक्ति शामिल हैं। इस अवसर पर राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) ने कैंप का निरीक्षण कर जानकारी ली।
उन्होंने कहा कि टीबी उन्मूलन के लिए सामूहिक प्रयासों की आवश्यकता है और समय पर जांच एवं उपचार से इस बीमारी को पूरी तरह समाप्त किया जा सकता है। उन्होंने जागरूकता अभियान को और अधिक प्रभावी बनाने पर जोर दिया। राज्यपाल ने सभी कर्मचारियों और नागरिकों से अपील की कि वे टीबी मुक्त भारत अभियान में सक्रिय भाग लें और समय-समय पर स्वास्थ्य जांच करवाएं।