देहरादून। राज्य सरकार ने चारधाम यात्रा 2025 के लिए सभी तैयारियों को अंतिम रूप दे दिया है। पर्यटन, धर्मस्व और संस्कृति मंत्री सतपाल महाराज ने जानकारी दी कि इस बार की यात्रा 30 अप्रैल से श्री यमुनोत्री और श्री गंगोत्री धाम के कपाट खुलने के साथ शुरू होगी। इसके बाद 2 मई को श्री केदारनाथ और 4 मई को श्री बद्रीनाथ धाम तथा 25 मई को हेमकुंड साहिब के कपाट श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए जाएंगे।
मंत्री ने बताया कि यात्रा व्यवस्था को सुचारू रखने के लिए पर्यटन और अन्य संबंधित विभाग सक्रिय हैं। हेली सेवा में पारदर्शिता बनाए रखने और टिकटों की कालाबाजारी रोकने हेतु अधिकारियों को कड़े निर्देश दिए गए हैं। यात्रा मार्गों पर व्यवस्थाओं के लिए विभिन्न जिलों और गढ़वाल मंडल आयुक्त को कुल 12.75 करोड़ रुपये की धनराशि जारी की गई है।
यात्रियों की सुविधा के लिए साफ-सफाई और शौचालय व्यवस्था को प्राथमिकता दी गई है। स्टील फ्रेम शौचालयों का संचालन ‘सुलभ इंटरनेशनल’ संस्था द्वारा किया जा रहा है, जिसमें 1584 सीटों की व्यवस्था है। इसके अलावा यात्रा मार्ग पर निगरानी और सुरक्षा व्यवस्था के लिए ऑनलाईन व ऑफलाइन पंजीकरण की सुविधा दी गई है, जिसमें इस बार आधार से पंजीकरण की सुविधा भी शामिल है।
हरिद्वार, ऋषिकेश और हर्बटपुर में ऑफलाइन पंजीकरण की व्यवस्था की गई है, साथ ही देहरादून स्थित पर्यटन विकास परिषद में 24×7 कंट्रोल रूम और हेल्पलाइन नंबर 0135-1364 भी स्थापित किया गया है।
इस वर्ष बड़ी संख्या में तीर्थयात्रियों के आने की संभावना को देखते हुए दर्शन के लिए टोकन/स्लॉट सिस्टम की व्यवस्था भी की गई है। यात्रियों की सुविधा के लिए ऋषिकेश में 2000, हरिद्वार में 600 और हर्बटपुर में 100 बसों की व्यवस्था सुनिश्चित की गई है।